समावेशी शिक्षा की वर्तमान स्थिति

शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा आज दिनांक 10/03/2025 दिन सोमवार को “समावेशी शिक्षा की वर्तमान स्थिति” विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता को बढ़ावा देना और प्रत्येक विद्यार्थी को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में जागरूकता फैलाना था।

मुख्य वक्ता [डॉ विशाल शुक्ला ,असिस्टेंट प्रो, अरमापुर पी जी कॉलेज] ने समावेशी शिक्षा की अवधारणा, उसके महत्व और व्यावहारिक क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि समावेशी शिक्षा केवल विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जो सभी छात्रों को उनकी क्षमताओं और आवश्यकताओं के अनुसार सीखने का अवसर प्रदान करता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता [डॉ प्रवीन सिंह, विभागाध्यक्ष, शिक्षा शास्त्र विभाग] ने की, जिन्होंने इस विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य हर छात्र को समान रूप से आगे बढ़ने का अवसर देना है। उन्होंने महाविद्यालय में समावेशी शिक्षा को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।

इस अवसर पर मंच संचालक के रूप में विभाग के डॉ गौरव सिंह ने भूमिका निभाई और समावेशी शिक्षा को और प्रभावी बनाने के सुझाव साझा किए। कार्यक्रम में विभाग के अन्य सदस्य डॉ कौशलेंद तिवारी, डॉ अजय कुमार, डॉ दीपक कुमार उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष द्वारा सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में भी इस तरह के शैक्षिक आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।

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